किसान आंदोलन कर रहे स्वतंत्र पत्रकार मनदीप पूनिया को दिल्ली पुलिस ने किया गिरफ्तार , पत्रकारों ने जताया रोष
नई दिल्ली: किसानों के आंदोलन को कवर कर रहे स्वतंत्र पत्रकार मनदीप पुनिया को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उन्हें आज दोपहर म्यूनिसिपल मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया. इसके बाद उन्हें तिहाड़ जेल भेज दिया गया. उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 186, 323 और 353 के तहत आरोप दर्ज किए गए हैं. पुनिया पर सिंघू बॉर्डर पर दिल्ली पुलिस के एसचओ से अभद्रता के आरोप लगाए गए हैं. इससे पहले पुनिया के साथ-साथ दूसरे पत्रकार धर्मेंद्र सिंह को भी हिरासत में लिया था लेकिन पुलिस ने धर्मेंद्र को आज सुबह करीब 5.30 बजे छोड़ दिया जबकि पुनिया के खिलाफ आरोप दर्ज कर लिया.
पुनिया को हिरासत में लेने का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें दिख रहा है कि बड़ी संख्या में पुलिस के जवान उसे घेरे हुए हैं और कहां लेकर जा रहे हैं. हिरासत में लिए जाने से कुछ घंटे पहले पुनिया ने सिंघु बॉर्डर पर हुई हिंसा के संबंध में फेसबुक पर एक लाइव वीडियो शेयर किया था. इसमें उन्होंने कहा था कैसे खुद को स्थानीय होने का दावा करने वाली भीड़ ने आंदोलनस्थल पर पुलिस की मौजूदगी में पथराव किया था.
दोषी पुलिसकर्मियों को बर्खास्त और जेल में डाला जाये : एनसीआर मीडिया क्लब
शनिवार को दिल्ली में किसान आंदोलन की कवरेज करते हुए पत्रकार मनदीप पूनिया को दिल्ली पुलिस ने जिस बर्बर तरीके से गिरफ्तार किया है, एनसीआर मीडिया क्लब इसकी भर्त्सना करता है। इस गिरफ्तारी के विरोध में रविवार को एनसीआर मीडिया क्लब की आपातकालीन बैठक बुलाई गई। बैठक में क्लब के अध्यक्ष अमित नेहरा ने सरकार से मांग की है कि पत्रकार मनदीप पूनिया को तुरंत रिहा किया जाए और इस प्रकरण में दोषी पुलिसकर्मियों को बर्खास्त करके उन्हें जेल में डाला जाए। उन्होंने कहा कि किसी आंदोलन की कवरेज करना पत्रकार का फर्ज है। मनदीप पूनिया इसकी दायित्व को निभा रहा था। ऐसे में दिल्ली पुलिस द्वारा उसे गिरफ्तार करना लोकतंत्र पर काला धब्बा है।
क्लब के वरिष्ठ उपप्रधान प्रदीप डबास ने कहा कि मनदीप पूनिया की गिरफ्तारी निंदनीय है और इसे सहन नहीं किया जायेगा।
एनसीआर मीडिया क्लब के महासचिव नवीन धमीजा ने कहा है कि सरकार जुल्मोसितम पर उतर आई है। पत्रकारों पर भी दमन चक्र चलाया जा रहा है। मनदीप पूनिया की गिरफ्तारी लोकतंत्र पर हमला है। अब ये भारत की जनता की नैतिक जिम्मेदारी है कि मीडिया और मीडियाकर्मियों को सरकार के जुल्म से बचाया जाए। क्लब इस निंदनीय घटना के खिलाफ पूरे एनसीआर में दिल्ली पुलिस और केंद्र सरकार के खिलाफ ज्ञापन देगा।
क्लब की बैठक में सरोज अग्रवाल, राज वर्मा, नीरज वशिष्ठ, संजय मेहरा, सीमा गिल, हनु सैनी, महेश शर्मा, आर पी कौशिक समेत अनेक वरिष्ठ पत्रकारों ने भाग लिया। सभी ने कहा कहा कि लोकतंत्र में इस तरह की घटनाओं का कोई स्थान नहीं है और इस प्रकरण ने पूरे विश्व में देश का सिर शर्म से झुका दिया है।