गुरुग्राम, 16 जुलाई ( धमीजा ) : गुरुग्राम में एक युवक द्वारा पुलिसकर्मी से ही ठगी करने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। ठगी के आरोपी ने अपने आप को केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल का PA बताया था , उस फ़र्ज़ी PA को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। फ़र्ज़ी पीए बने ठग ने पुलिसकर्मी से ट्रांसफर करवाने के नाम पर पैसे ऐंठ लिए। आरोपी ने पुलिसकर्मी से 50 हजार रुपए मांगे थे। 20 हजार रुपए UPI के माध्यम से ले भी लिए थे। जब पुलिसकर्मी का ट्रांसफर नहीं हुआ तो उसे ठगी का एहसास हुआ।
पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने बताया कि कर्जा उतारने के लिए उसने ये रास्ता चुना। आरोपी सुनील कुमार (उम्र 38 वर्ष) रेवाड़ी के गांव जैनाबाद का रहने वाला है। वह 10वीं पास है। उसे यह अच्छी तरह से मालूम है कि हरियाणा के पूर्व सीएम व केंद्रीय मंत्री मनोहरलाल खट्टर का रूतबा प्रदेश में ज़बरदस्त है तथा उनका पीए नवीन कौशिक है। उसने पहले अपने को पीए नवीन कौशिक का खास बताया और फिर पीए कौशिक बन फोन पर पैसे की मांग की।
वारदात को कैसे अंजाम दिया ठग ने…..
मंगलवार को पीड़ित पुलिसकर्मी ने सेक्टर-17/18 थाने में दी शिकायत में बताया कि जून-2025 में एक दोस्त के माध्यम से सुनील से उसकी मुलाकात हुई थी। दोस्त ने उसे बताया था कि सुनील की बड़े-बड़े अधिकारियों व मंत्रियों से जानकारी है। सुनील ने भी दावा किया था कि उसकी बड़े-बड़े अधिकारियों व मंत्रियों से जानकारी है। वह केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर के पीए नवीन कौशिक के खासम ख़ास है।
उसने सुनील से अपनी ट्रांसफर करवाने की बात कही। सुनील ने ट्रांसफर करवाने के बदले 50 हजार रुपए मांगे। 9 जून को उसने 20 हजार रुपए सुनील के फोन पे में ट्रांसफर कर दिए, लेकिन सुनील ने उसकी ट्रांसफर नहीं कराई।
पीए नवीन कौशिक बनकर की कॉल
पुलिसकर्मी ने बताया कि 15 जून को उसके पास एक कॉल आई। फोन करने वाले ने खुद की पहचान केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल के PA नवीन कौशिक के रूप में कराते हुए कहा कि तुम्हारी बदली हो जाएगी, तुम बचे हुए रुपए सुनील को भेज दो। उसने फोन करने वाले व्यक्ति की आवाज पहचान ली, जो सुनील की ही थी।
इसके पश्चात ठगी के शिकार पुलिसकर्मी ने शकायत दे मुकदमा दर्ज करवाया . शिकायत पर सेक्टर 17/18 थाना में एफआईआर दर्ज कर आरोपी सुनील को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पता चला कि सुनील पर 50 लाख रुपए का कर्ज है, जिसके चलते उसने बड़े अधिकारियों से जानकारी होने की बात बनाकर पुलिसकर्मी से ट्रांसफर करवाने के नाम पर रुपए ठगे।
