उत्तरकाशी के धराली गांव में बादल फटने से भारी तबाही का मंज़र, सेना लगी राहत में , मोदी ले रहे जानकारी

उत्तरकाशी, 5 अगस्त ( धमीजा ) : उत्तरकाशी के धराली गांव में मंगलवार दोपहर 1.45 बजे बादल फटने से भारी तबाही मच गई। इसमें कई लोगों की मौत हो गई, जबकि सैंकड़ो लोग लापता हैं। प्रशासन का कहना है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। SDRF, NDRF, ITBP और आर्मी की टीमें बचाव और रेस्क्यू के काम में जुटी हैं।

खीर गंगा नदी में पहाड़ों से बहकर आए मलबे से धराली का बाजार, मकान और होटल बह गए। सिर्फ 34 सेकेंड में सब कुछ बर्बाद हो गया।

इस आपदा के कई वीडियो सामने आए। इनमें लोग जान बचाने के लिए यहां-वहां भागते नजर आए। चारों तरफ चीख-पुकार मच गई।

जो लोग इसके वीडियो बना रहे थे, वो लोगों से दूरी होने के बाद भी चिल्ला-चिल्लाकर बचने के लिए कह रहे थे। आपदा के बाद धराली में 30 फीट तक मलबा जम गया। बाजार की कई दुकानें और आसपास के मकान जमींदोज हो गए।

गंगोत्री यात्रा का प्रमुख पड़ाव है धराली  

धराली गांव उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थित एक छोटा पहाड़ी गांव है। यह गांव भागीरथी नदी के किनारे, हर्षिल घाटी के पास बसा हुआ है।

धराली गांव गंगोत्री यात्रा का एक प्रमुख पड़ाव है। गंगोत्री धाम से पहले यह अंतिम बड़ा गांव है, जहां से लोग आगे की कठिन चढ़ाई के लिए रुकते हैं। तीर्थयात्रियों को यहां रहने और खाने की सुविधा मिलती हैं। देहरादून से 218 किमी और गंगोत्री धाम से 18 किमी दूर है। अब तक यह सामने नहीं आया है कि आपदा के वक्त यहां कितने लोग मौजूद थे। प्रशासन का कहना है कि नुकसान का आकलन किया जा रहा है।

बादल फटने के तुरंत बाद सेना की टीम रेस्क्यू के लिए पहुंची 

देहरादून में सेना के जनसंपर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल मनीष श्रीवास्तव ने कहा कि हर्षिल में बादल फटने और सेना के कैंप में नुकसान को लेकर कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने बताया कि धराली में बादल फटने के 15 मिनट के बाद सेना के करीब 100 जवानों की टीम रेस्क्यू करने पहुंच गई थी। फिलहाल 20 लोगों का रेस्क्यू किया गया है। 

पीएम मोदी ने ली हालात की जानकारी  

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धराली के हादसे को लेकर पीएम मोदी ने उत्तराखंड सीएम पुष्कर सिंह धामी से बात की है। उन्होंने X पर लिखा- उत्तरकाशी के धराली में हुई इस त्रासदी से प्रभावित लोगों के प्रति मैं अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी जी से बात कर मैंने हालात की जानकारी ली है। राज्य सरकार की निगरानी में राहत और बचाव की टीमें हरसंभव प्रयास में जुटी हैं।

प्रियंका गाँधी ने पीड़ितों की मदद के लिए सरकार से की अपील 

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कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने उत्तराखंड सरकार से अपील की, ‘राज्य सरकार पीड़ितों को तत्काल मदद, राहत व मुआवजा मुहैया कराए। कांग्रेस नेताओं व कार्यकर्ताओं से आग्रह करती हूं कि राहत व बचाव कार्यों में यथासंभव मदद करें।  चार धाम यात्रा मार्ग पर होने के कारण होटल ,होमस्टे व अनेक रेस्टोरेंट हैं 

धराली उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में एक छोटा सा गांव है, जो गंगोत्री के पास हर्षिल एरिया से सिर्फ 2 किमी आगे ही है। यहां से गंगोत्री धाम 18 किलोमीटर दूर है।

चारधाम यात्रा मार्ग पर पड़ने की वजह से धराली में बहुत सारे होटल, रेस्टोरेंट और होमस्टे हैं। इसकी वजह से बाढ़ में कई लोगों की मौत होने की आशंका है।

धराली गंगा नदी के तट पर बसा हुआ है। यह समुद्र तल से लगभग 2,700 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और हिमालय की गोद में बसा होने के कारण यह पर्यटकों और तीर्थयात्रियों के लिए आकर्षक स्थल है।

धराली को मां गंगा का मायका (मुखबा) के रूप में भी जाना जाता है, क्योंकि गंगोत्री मंदिर सर्दियों में बंद होने पर मां गंगा की मूर्ति को मुखबा गांव में लाया जाता है, जो धराली के पास है।

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