नई दिल्ली, 4 अक्टूबर ( धमीजा ) : हरियाणा में नायब सैनी सरकार का एक वर्ष पूरा होने परप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17 अक्टूबर को हरियाणा आ रहे हैं। इसके लिए सोनीपत में कार्यक्रम रखा गया है। पीएम मोदी के दौरे को देखते हुए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने 9 अक्टूबर को दिल्ली के हरियाणा निवास में कैबिनेट मीटिंग बुलाई है। इसके बाद वहीँ विधायक दल की मीटिंग होगी। इसमें यह तय किया जाएगा कि PM से किन प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन व शिलान्यास कराया जाए।
इससे पहले CM सैनी जापान दौरे पर जा रहे हैं। वह कल ही दिल्ली से रवाना हो जाएंगे। 8 अक्टूबर को वह भारत लौटेंगे। पहले उन्हें 11 अक्टूबर को जापान से लौटना था, लेकिन पीएम का दौरा फाइनल होने के बाद दौरे में बदलाव हुआ है।
चर्चा है कि मोदी हरियाणा सरकार की 2100 रुपए महीने वाली लाडो लक्ष्मी योजना की पहली किस्त भी महिला लाभार्थियों को अपने हाथों से दें सकते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगस्त 2014 से लेकर अब तक 16 बार हरियाणा का दौरा कर चुके हैं। अब यह उनका 17वां दौरा होगा। पहले PM मोदी के अनिल विज के हलके अंबाला कैंट में आने की चर्चा थी। इसकी बड़ी वजह ये थी कि यहां 600 करोड़ की लागत से बन रहे वार मेमोरियल (वीर शहीदी स्मारक) और डोमेस्टिक एयरपोर्ट का मोदी के हाथों उद्घाटन करवाया जा सके।
सैनी ने मोदी से मुलाकात कर उन्हें हरियाणा दौरे का निमंत्रण दिया था

हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी एक अक्टूबर को दो दिवसीय दिल्ली दौरे पर गए थे। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी। इस मुलाकात में सीएम सैनी ने प्रधानमंत्री से लाडो लक्ष्मी योजना को लेकर भी चर्चा की थी। पीएम ने ऐप लॉन्चिंग के बाद योजना से संबंधित फीडबैक भी लिया था। सीएम ने इस दौरान प्रधानमंत्री को हरियाणा आने का न्योता भी दिया था। इस न्योते को पीएम ने स्वीकार कर लिया था।
24 नवंबर को भी मोदी का कुरुक्षेत्र दौरा
प्राप्त जानकारी के अनुसार पीएम मोदी के 24 नवंबर को कुरुक्षेत्र में भव्य कार्यक्रम करने की तैयारी चल रही है। इस दिन सिखों के गुरु तेग बहादुर जी का शहीदी पर्व है। हरियाणा में सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का मुख्यालय कुरुक्षेत्र में ही है। इसके अलावा कुरुक्षेत्र में गीता जयंती के कार्यक्रम भी हैं। इसी मौके पर भी पीएम को बुलाने की तैयारी है।
वह कुरुक्षेत्र में रैली के बाद अंबाला में स्मारक और एयरपोर्ट का उद्घाटन कर सकते हैं। हालांकि सरकार की ओर से यह कार्यक्रम अभी सार्वजनिक नहीं है। सियासी चर्चा यह है कि उन दिनों बिहार में चुनाव होंगे। सिखों का एक तख्त पटना साहिब बिहार में है। वहां काफी संख्या में सिख वोटर भी हैं। ऐसे में कुरुक्षेत्र कार्यक्रम के जरिए वहां तक संदेश देने की मंशा है।