फरीदाबाद, 5 सितम्बर ( धमीजा ) : राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (विजिलेंस) ने शुक्रवार को हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (HSVP) के जूनियर इंजीनियर (JE) को डेढ़ लाख रुपए रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया। JE ने एक शराब ठेकेदार से ठेके न तोड़ने के बदले में 6 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी। रिश्वत न देने पर 19 अगस्त को JE ने ठेकेदार की 2 दुकानें तोड़ दीं, लेकिन इसके बाद भी ठेकेदार पर रिश्वत देने का दबाव बनाता रहा।
आरोप है कि आखिर में 5 लाख रुपए रिश्वत देने पर सहमति बनी, जिसके बाद ठेकेदार ने विजिलेंस को शिकायत दी। विजिलेंस की टीम ने ट्रैप लगाकर नेशनल हाईवे-2 बाईपास रोड पर JE को रिश्वत लेते पकड़ लिया। उसके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।
शराब ठेकेदार ने बताई दास्तान
- गोपाल ने विजिलेंस ब्यूरो में शिकायत देकर कहा था कि उसने फरीदाबाद में अन्य फर्म मालिकों के साथ मिलकर 6 शराब के ठेके लिए हैं। इनमें से 3 दुकानें HSVP सेक्टर-12 से और बाकी 3 निजी व्यक्तियों से किराए पर ली गई हैं। गोपाल के अनुसार, HSVP ने शाहपुर जाट चौक और मलेरना गांव स्थित दुकानों को हटाने के लिए नोटिस जारी किया था। इस मामले में जेई नरेश कुमार ने दुकानों को न तोड़ने के बदले प्रति दुकान 3 लाख रुपए, यानी कुल 6 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी। रिश्वत न देने पर 19 अगस्त को उनकी 2 दुकानें तोड़ दी गईं। गोपाल का आरोप है कि इसके बाद नरेश कुमार उनके शराब ठेकों पर जाकर अशोका एन्क्लेव और ऊंचा गांव स्थित दुकानों को न तोड़ने के बदले फिर से 6 लाख रुपए की रिश्वत मांगने लगा। कई बार बात करने के बाद नरेश 5 लाख रुपए लेने के लिए राजी हो गया।
जेई नरेश के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम का मुकदमा दर्ज
फरीदाबाद विजिलेंस ब्यूरो के इंस्पेक्टर सौरव ने बताया कि नरेश कुमार सेक्टर 12 ऑफिस में तैनात है। ग्रीन बेल्ट में बने ठेके को न तोड़ने के बदले पैसे की डिमांड की थी। अभी मामले की जांच की जा रही है। इंस्पेक्टर ने आगे बताया कि JE के खिलाफ अभियोग संख्या 25, धारा 7 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम (पी.सी. एक्ट) के तहत थाना राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (फरीदाबाद) में मामला दर्ज कर लिया गया है।