सी डब्लू सी  की बैठक में राव नरेंद्र तथा हुड्डा को निमंत्रण, हो सकते हैं महत्वपूर्ण फैसले 

नई दिल्ली , 23 सितम्बर ( धमीजा ) : कांग्रेस दक्षिण हरियाणा से अपना अगला प्रदेश अध्यक्ष चुन सकती है। नारनौल के रहने वाले पूर्व मंत्री राव नरेंद्र सिंह को अचानक दिल्ली बुलाया गया है। उन्हें कल बिहार में होने वाली कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की बैठक के लिए भी आमंत्रित किया गया है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा को भी इस बैठक का निमंत्रण मिला है। हुड्‌डा और राव नरेंद्र सिंह दोनों ही कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य नहीं हैं, फिर भी उन्हें बैठक में आमंत्रित किया गया है। चर्चा है कि कांग्रेस प्रभारी बीके हरिप्रसाद ने भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा के नाम को CLP लीडर के तौर पर आगे बढ़ाया है। ऐसे में दोनों नेताओं के नाम पर मुहर लग सकती है।

कल बिहार में होने वाली इस बैठक में हरियाणा से सिरसा से सांसद कुमारी सैलजा और राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला भी शामिल होंगे।

हरियाणा में विधानसभा चुनाव को लगभग 10 महीने बीत चुके हैं, लेकिन अभी तक नेता प्रतिपक्ष का चयन नहीं हो पाया है। इसके अलावा, चुनाव में मिली हार के बाद से ही कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष को बदलने की अटकलें भी तेज थीं।

दक्षिण हरियाणा में भाजपा का किला भेदने को राव नरेंद्र बन सकते हैं प्रदेश अध्यक्ष   

   

 कांग्रेस राव नरेंद्र सिंह को प्रदेश अध्यक्ष बनाकर दक्षिण हरियाणा में अपना वर्चस्व बढ़ाना चाहती है और OBC वोटरों पर अपनी पकड़ मजबूत करना चाहती है। इसके लिए पार्टी बिहार चुनाव में यादव समेत अन्य OBC वोट बैंक पर भी नजर रख रही है। दक्षिण हरियाणा के रेवाड़ी, महेंद्रगढ़ और गुरुग्राम जिले अहीर बाहुल्य हैं। इस क्षेत्र में कुल 11 विधानसभा सीटें हैं। भाजपा ने 2014 में यहां की सभी 11 सीटें जीती थीं, जबकि 2019 में उसे 8 सीटें मिली थीं। इस बार भाजपा ने यहां 10 सीटें जीती हैं, जबकि कांग्रेस के खाते में सिर्फ एक सीट आई है।

राव नरेंद्र के नाम पर सहमति बनने की एक वजह यह भी है कि वे कभी किसी गुट से नहीं जुड़े रहे। यदि उनका नाम तय होता है, तो किसी गुट द्वारा आपत्ति की संभावना कम है। इसके अलावा, पार्टी नेताओं को यह संदेश भी जाएगा कि प्रदेश अध्यक्ष का चेहरा चुनने के लिए गुटबाजी को दरकिनार किया गया है।

भजनलाल के बाद कमान अनुसूचित नेताओं के पास रही     

चौधरी भजनलाल के बाद कांग्रेस के 4 प्रदेशाध्यक्ष बनाए गए और चारों ही अनुसूचित जाति से आए। इनमें फूलचंद मौलाना, अशोक तंवर, कुमारी सैलजा और उदयभान शामिल रहे। उदयभान वर्तमान में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष हैं। इनके नेतृत्व में कांग्रेस ने हाल ही में 2024 का विधानसभा चुनाव हारा। इसके बाद से ही उनको हटाने की चर्चाएं होने लगी थी। इस चुनाव में कांग्रेस ने 37 और भाजपा ने 48 सीट जीती थी।

हरियाणा विधायक दल नेता का भी हो सकता है ऐलान   

    

प्रदेश अध्यक्ष के साथ-साथ कांग्रेस हरियाणा में कांग्रेस विधायक दल के नेता के नाम का भी ऐलान कर सकती है। कांग्रेस के अधिकांश विधायक भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा के समर्थन में हैं। पिछली 18 अक्टूबर को हरियाणा में कांग्रेस विधायक दल का नेता चुनने को लेकर चंडीगढ़ में मीटिंग हुई थी।

करीब डेढ़ घंटे चली मीटिंग में ऑब्जर्वर के तौर पर राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, राज्यसभा सांसद अजय माकन, पंजाब के नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा के अलावा छत्तीसगढ़ के पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंह देव शामिल हुए थे।

मीटिंग में ऑब्जर्वरों ने सभी विधायकों से विधायक दल के नेता का नाम फाइनल करने के लिए वन टू वन बातचीत कर उनकी राय जानी थी। तब 37 में से 31 विधायक हुड्‌डा को विधायक दल का नेता बनाने के पक्ष में थे।

Please follow and like us:
error1
fb-share-icon20
Tweet 20
fb-share-icon20

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Social Media Auto Publish Powered By : XYZScripts.com
error

Enjoy this blog? Please spread the word :)