फरीदाबाद , 15 जून ( धमीजा ) : फरीदाबाद व गुरुग्राम में अब कचरे से हरित कोयले का उत्पादन किया जाएगा। शहरी स्थानीय निकाय मंत्री विपुल गोयल ने भी शनिवार को वाराणसी में एनटीपीसी के हरित कोयला परियोजना प्लांट का विभाग के अधिकारियों के साथ दौरा किया। मंत्री ने कहा कि फरीदाबाद और गुरुग्राम को प्राथमिकता के आधार पर इस परियोजना से जोड़ा जाएगा।
मंत्री विपुल गोयल ने कहा कि बीते साल 20 जुलाई 2024 में सीएम नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में गुरुग्राम एवं फरीदाबाद में हरित कोयला संयंत्रों की स्थापना के लिए एनटीपीसी के साथ एक महत्वपूर्ण समझौता (MoU) केंद्रीय विद्युत मंत्री मनोहर लाल की उपस्थिति में साइन किया गया था।
इसी समझौते के तहत फरीदाबाद और गुरुग्राम में हरित कोयला उत्पादन के लिए संयंत्रों की स्थापना की जाएगी। फरीदाबाद प्रतिदिन लगभग 600–700 टन और गुरुग्राम लगभग 1000–1200 टन ठोस शहरी कचरा उत्पन्न करते हैं।
संयंत्रों के स्थापित होने के बाद माध्यम से दोनों शहरों में प्रतिदिन 400–500 टन हरित कोयले का उत्पादन किया जा सकेगा। यह हरित कोयला परंपरागत कोयले का वैकल्पिक स्रोत बनेगा। जिससे ऊर्जा उत्पादन में नवाचार, कार्बन उत्सर्जन में कमी, और स्वच्छता में क्रांतिकारी परिवर्तन संभव होगा।
राष्ट्रीय उदाहरण बनेगा हरियाणा कचरा प्रबंधन
मंत्री श्री गोयल ने बताया कि एनटीपीसी के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हो चुके हैं और अब प्रशासनिक स्तर पर फरीदाबाद व गुरुग्राम में परियोजना के तहत संयंत्रों क्रियान्वयन की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। उन्होंने कहा कि अब कचरे से हरित कोयला उत्पादन की योजना भी धरातल पर उतरेगी और हरियाणा कचरा प्रबंधन के क्षेत्र में राष्ट्रीय उदाहरण बनेगा।
कचरे के पहाड़ होंगे ध्वस्त
एनटीपीसी का यह ग्रीन कोल प्लांट एक आधुनिक वैज्ञानिक तकनीक पर आधारित संयंत्र है, जिसमें ठोस शहरी कचरे का प्रोसेसिंग कर उससे ईंधन योग्य कोयला तैयार किया जाता है। वाराणसी में संचालित संयंत्र प्रतिदिन 600 टन कचरे से 200 टन ग्रीन कोल का उत्पादन कर रहा है।
यह तकनीक न केवल कचरे के पहाड़ों को कम करेगी। बल्कि उस कोयले का उपयोग बिजली उत्पादन जैसे क्षेत्रों में भी किया जा सकेगा। इसके अतिरिक्त यह शहरी भूमि को कचरा मुक्त कर विकास कार्यों हेतु पुनः उपयोग के योग्य बनाएगी।
मंत्री के साथ मौजूद अफसरों की टीम
इस अवसर पर शहरी स्थानीय निकाय विभाग के आयुक्त एवं सचिव विकास गुप्ता (IAS), धीरेंद्र (IAS) आयुक्त फरीदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन , संयुक्त सचिव कंवर सिंह (HCS), तथा ओएसडी सौरभ ढल सहित अधिकारियों की एक उच्चस्तरीय टीम मौजूद रही। टीम ने वाराणसी के ग्रीन कोल प्लांट की तकनीकी दक्षता, संचालन प्रक्रिया और पर्यावरणीय प्रभाव का प्रत्यक्ष अवलोकन किया।
