फरीदाबाद , 4 जुलाई ( नवीन धमीजा ) : गुरुग्राम की विजिलेंस टीम ने पलवल के चीफ मेडिकल अफसर (CMO) डॉ. जय भगवान को 1 लाख रुपए रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। सीएमओ ने एक प्राइवेट अस्पताल बंद करने की धमकी देकर 3 पार्टनर्स से 15 लाख रुपए मांगे थे। उसने ये भी कहा था कि ये रुपए ऊपर पहुंचाने हैं। आरोप है कि इसके बाद वह पहले 2 किश्तों में 7 लाख रुपए ले चुका था। अब वह 8 लाख की मांग पर अड़ा था। अस्पताल संचालकों के पास एक लाख रुपए ही थे, जिस वजह से उन्होंने गुरुग्राम विजिलेंस को शिकायत कर दी।
खास बात ये है कि CMO डॉ. जय भगवान ने कल (3 जुलाई) दिन में सरकारी दफ्तर में ही प्रदेश के खेल मंत्री गौरव गौतम का बर्थडे मनाया था। इसके बाद उनसे मिलकर भी जन्मदिन की बधाई दी। इसके बाद विजिलेंस ने रात को ट्रैप लगाकर CMO डॉ. जयभगवान को पलवल स्थित उसके सरकारी आवास पर 1 लाख रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया।
घर की तलाशी लेने पर अलमारी से करीब 3 लाख कैश बरामद हुआ। सीएमओ के खिलाफ फरीदाबाद के विजिलेंस थाने में प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट की धारा 7 और भारतीय न्याय संहिता की धारा 308(2) के तहत केस दर्ज कर लिया गया है। CMO डॉ. जयभगवान जाटान इससे पहले जींद में भी सस्पेंड हो चुका है। तब जाटान ने आयुर्वेदिक मेडिकल अफसरों की भर्ती में धांधली की थी। इसके अलावा डॉ. जाटान पर सोनीपत में लेडी डॉक्टर से छेड़छाड़ का केस भी दर्ज हो चुका है।
नए हॉस्पिटल से 15 लाख की डिमांड का मामला , ऐसे पकड़े गए रंगेहाथ …
- गुरुग्राम विजिलेंस के मुताबिक मनोहर ने उन्हें शिकायत दी थी। मनोहर ने बताया था कि वह धीरज और सुभाष निवासी पलवल के साथ मिलकर सनराइज ट्रॉमा अस्पताल चला रहे हैं। पलवल में यह अस्पताल उन्होंने करीब 3 महीने पहले खोला है। मनोहर ने शिकायत में कहा कि पलवल में डॉ. जय भगवान चीफ मेडिकल अफसर (CMO) के पद पर हैं। वह बार-बार उनके अस्पताल के कामकाज में कमी बताकर बंद करने की धमकी दे रहे थे।
- मनोहर ने कहा कि सीएमओ ने उन्हें कहा कि अगर अस्पताल चलाना है तो इसके एवज में उन्हें 15 लाख रुपए देने होंगे। सीएमओ का कहना था कि ये रुपए उन्हें आगे भी देने होते हैं। मनोहर के मुताबिक करीब 20 दिन पहले उसने सीएमओ डॉ. जय भगवान के घर जाकर 6 लाख रुपए दे दिए। 2 जुलाई को फिर 1 लाख रुपए कैश दिए गए। इसके बाद भी सीएमओ उनसे बकाया 8 लाख रुपए मांगने लगा।
- मनोहर ने कहा कि अब उसके पास केवल एक लाख रुपए का ही इंतजाम हो पाया। यह रुपए उसने डॉ. जय भगवान को देने हैं। शिकायत मिलते ही विजिलेंस ब्यूरो की गुरुग्राम टीम ने ट्रैप लगाने की तैयारी की। इसके बाद डॉ. जय भगवान को उसके घर में 1 लाख रुपए लेते रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया गया।

इससे पहले भी कई मामलों में रहे चर्चित
- कैसे रुकवाई ट्रांसफर : सीएमओ डॉ. जयभगवान जाटान पलवल में जून 2024 में आया था, तभी से वह यहीं तैनात था। मगर, 20 जून 2025 को इसका तबादला पलवल से चंडीगढ़ मलेरिया डिपॉर्टमेंट में हो गया था, जिसे इसने रुकवा लिया था।
- आउटसोर्सिंग भर्ती मामले में भी हुए सस्पेंड : 7 अक्टूबर 2020 को विधायक लीलाराम ने सीएमओ कैथल डॉ. जयभगवान पर आरोप लगाए थे कि आउटसोर्सिंग भर्ती में गोलमाल किया है। इसकी शिकायत स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज से की गई थी। बाद में स्वास्थ्य मंत्री के आदेशों पर डॉ. जयभगवान को सस्पेंड किया था।
- महिला डॉ से छेड़छाड़ की FIR भी हुई दर्ज : 25 नवंबर 2021 में सोनीपत नागरिक अस्पताल की महिला रोग विशेषज्ञ ने पीएमओ डॉ. जयभगवान जाटान पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। इस मामले में सेक्टर-27 थाने में छेड़छाड़ की FIR भी दर्ज हुई थी। इसके बाद डॉ. जयभगवान को सस्पेंड किया गया था।