देहरादून, 5 जुलाई ( धमीजा ) : नागरिक उड्डयन मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा आयोजित उत्तर क्षेत्र नागरिक उड्डयन मंत्रियों का सम्मेलन 2025 देहरादून,में सम्पन्न हुआ। इस सम्मेलन का उद्देश्य देश में नागरिक उड्डयन क्षेत्र की विशाल संभावनाओं को साकार करना रहा।
उद्घाटन सत्र में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री किन्नारपु राममोहन नायडू ने कहा, “इस रणनीतिक पहल के माध्यम से हमारा उद्देश्य क्षेत्रीय अवसरों की पहचान करना और द्वितीय एवं तृतीय श्रेणी के शहरों की अपार क्षमता को साकार करना है। यदि हम केवल आँकड़ों को देखें, तो यह अवसर स्पष्ट रूप से परिलक्षित होता है — पिछले 10 वर्षों में हमने 88 नए हवाई अड्डे जोड़े हैं, अर्थात् लगभग हर 40 दिन में एक नया हवाई अड्डा। प्रतिघंटा 60 अतिरिक्त उड़ानों की बढ़ोतरी हुई है। आज भारत में उड़ान अधिक सुलभ, उपलब्ध और किफायती हो चुकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय आकाश अधिक जुड़ा हुआ, प्रतिस्पर्धी और सहयोगी बन चुका है।” श्री नायडू ने कहा कि हवाई यात्रा सस्ती व सुलभ हुई है। हर क्षेत्र में एयरपोर्ट व हवाई सेवाओं की मांग बढ़ रही है। उन्होंने कहा, पर्वतीय क्षेत्रों में हवाई व ड्रोन सेवाओं की काफी संभावनाएं हैं। इससे रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।
सम्मेलन में उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सुरेश कुमार खन्ना, राजस्थान के कैबिनेट मंत्री गौतम कुमार, हरियाणा के कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल, नागर विमानन मंत्रालय के सचिव समीर कुमार सिन्हा, उत्तराखंड के मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
उत्तराखंड के सीएम धामी ने पर्वतीय राज्यों के लिए अलग नीति बनाने की मांग की
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तर भारत के नागरिक उड्डयन मंत्रियों के सम्मेलन में पर्वतीय राज्यों की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए हवाई सेवा संचालन के लिए अलग विमानन नीति बनाने की मांग उठाई है। कहा, इस नीति में वित्तीय सहायता, हेली सेवा संचालन में सब्सिडी, एटीसी नेटवर्क व मौसम पूर्वानुमान प्रणाली को शामिल किया जा
मसूरी रोड स्थित एक होटल में शुक्रवार को सम्मेलन के उद्घाटन पर मुख्यमंत्री ने कहा, राज्य में चुनौतीपूर्ण क्षेत्र को हवाई सेवा से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने केंद्रीय नागर विमानन मंत्री किंजरापु राममोहन नायडू से पर्वतीय राज्यों के लिए अलग विमानन नीति बनाने का अनुरोध किया। इससे पर्वतीय क्षेत्रों में मौसम खराब होने की पूर्व सूचना व एटीएस प्रणाली मजबूत होगी। सीएम ने चारधाम यात्रा के दौरान हेलिकॉप्टर दुर्घटनाओं पर चिंता जताते हुए कहा, यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने हेली ऑपरेटरों से आग्रह किया कि पर्वतीय क्षेत्रों में उड़ान भरने से पहले पायलटों को विशेष ट्रेनिंग दी जाए।
हरियाणा के उड्डयन मंत्री विपुल गोयल ने कहा सम्मेलन में तैयार किया गया रोड मैप बेहतरीन

हरियाणा के उड्डयन मंत्री विपुल गोयल ने कहा कि प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी व हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में देश और प्रदेश बेहतरीन कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा ,मुद्दों को लेकर सम्मेलन तो बहुत होते हैं लेकिन इस अवसर पर विमानन सबंधित मामलों को लेकर जिस प्रकार समस्याओं के निराकरण व बढ़ावे को लेकर रोड मैप तैयार किया गया उसके लिए केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री श्री नायडू व मंत्रालय के अधिकारियों को बधाई दी।श्री गोयल ने कहा कि नागरिक उड्डयन को लेकर केंद्रीय मंत्री श्री नायडू की कार्यशैली बेहतरीन है, इसके लिए उनकी जितनी प्रशंसा की जाए कम है। इस अवसर पर श्री नायडू ने कहा कि हरियाणा के पास बहुत अच्छी व सक्रीय नागरिक उड्डयन नीति है, इसके लिए उन्होंने हरियाणा को बधाई दी।
सम्मेलन में सम्मलित प्रदेश व अफसर
सम्मेलन में राजस्थान, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, लद्दाख और चंडीगढ़ राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। इसके अतिरिक्त नागरिक उड्डयन मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी समीर कुमार सिन्हा, सचिव (नागरिक उड्डयन), फैज़ अहमद किदवई, महानिदेशक – डीजीसीए, विपिन कुमार, अध्यक्ष – भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) और राजेश निर्वाण, महानिदेशक –बीसीएएस उपस्थित रहे। सम्मेलन में 100 से अधिक विमानन उद्योग के प्रतिनिधियों की भागीदारी ने राज्य सरकारों के साथ मजबूत सहयोग की आवश्यकता को रेखांकित किया।